Tuesday, April 15, 2014

Pakistan: A Decisive Crossroad निर्णायक दोराहे पर खड़ा पाकिस्तान





मुजाहिद हुसैन, न्यु एज इस्लाम
13 अप्रैल, 2014
नवीनतम तय किया गया राष्ट्रीय संवाद कुछ यूँ है कि पाकिस्तान में आए दिन होने वाले घातक बम धमाके तालिबान या उनके सहयोगी चरमपंथी नहीं कर रहे बल्कि तालिबान ऐसे धमाकों के ज़िम्मदारों की पहचान के लिए सरकार की मदद कर रहा है। अगर वास्तव में इन धमाकों के पीछे तालिबान और उनके कट्टरपंथी सहयोगी नहीं तो तालिबान से बीतचीत  का क्या मतलब है? तालिबान अगर शांति के लिए तैयार हो चुके हैं और सरकार को उन पर पूरा विश्वास है कि वो अब देश का भला चाहने वालों में बदल चुके हैं तो बातचीत की इतना लंबी और उकता देने वाली एकतरफा प्रक्रिया दोहराते रहने की ज़रूरत क्या है? दूसरी तरफ तालिबान ने पहली बार खुलकर इस बात की घोषणा की है कि उनकी नियमित प्रवक्ता वेबसाइट उमर मीडिया के नाम से जारी कर दी गई है। 
 

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